Google Tag Manager Kya Hai | Google Tag Manager क्या है ?

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What Is Google Tag Manager | Google Tag Manager का क्या फायदा है ?

हेलो दोस्तों समरीन इंस्टिट्यूट में आपका बहुत-बहुत स्वागत है मैं हूँ आपके साथ अहमद आज़मी और आज हम आपको बताएंगे कि Google Tag Manager क्या है और इसके फायदे क्या हैं इसकी कम्पलीट जानकारी हम आपको इस आर्टिकल के अंदर देने वाले हैं इसीलिए आर्टिकल को पूरा ज़रूर पढ़ें ताकि आपको सही तरीके से समझ में आ सके तो चलिए शुरू करते हैं ।

Table of Contents

What Is Google Tag Manager In Hindi | Google Tag Manager क्या होता है ?

अगर आपकी कोई वेबसाइट है तो आपको अपनी वेबसाइट के ऊपर बहुत सारे कोड्स जो जावास्क्रिप्ट, एचटीएमएल के कोड होते हैं वह कोड अपनी वेबसाइट के अंदर डालने होते हैं आखिर वह कोड कौन से कोड होते हैं चलिए जान लेते हैं ।

Kis Tarike Se Ham GTM Ka Use Karte Hain । किस तरीके से हम गूगल टैग मैनेजर का इस्तेमाल करते हैं ?

जैसे आपको अपनी वेबसाइट की ट्रैकिंग के लिए Google Analytics के कोड को वेबसाइट में डालना होता है तब आप अपनी वेबसाइट के यूज़र का सारा डाटा देख पाते हैं Google Analytics को वेबसाइट से कनेक्ट करने के लिए सबसे पहले गूगल एनालिटिक्स का अकाउंट बनाना होता है और वहां से जावास्क्रिप्ट के कोड को कॉपी करना होता है फिर उस कोड को आप डेवलपर को देते हैं और डेवलपर आपकी वेबसाइट के Head सेक्शन में पेस्ट कर देता है जिससे आपकी वेबसाइट से गूगल एनालिटिक्स कनेक्ट हो जाता है ।

यह काफी कठिन प्रक्रिया है इसी तरीके से Google Ads Remarketing का जो कोड होता है वह भी आपको अपनी वेबसाइट पर लगाना होता है क्योंकि अगर आप यह चाहते हैं कि अगर आपकी वेबसाइट पर बहुत सारा ट्रैफिक आता है और अगर आपको यह लगता है कि आपकी वेबसाइट पर जो ट्रैफिक आ रहा है उसकी एक ऑडियंस बनाऊंगा और उस ऑडियंस को मैं वापस गूगल एड्स की मदद से ऐड दिखाऊंगा तो उसके लिए आपको गूगल एड्स के अंदर अकाउंट बनाना होता है और गूगल एड्स के टैग को आपको अपनी वेबसाइट के पेज में लगाना होता है जिस पेज की आप री मार्केटिंग करना चाहते हैं जैसे आपको अपनी वेबसाइट के अंदर गूगल एनालिटिक्स के टैग को लगाना होता है उसी तरीके से सभी प्लेटफार्म के टैग को अपनी वेबसाइट के अंदर डालना होता है अगर आप अपनी वेबसाइट पर किसी भी Tag को कंडीशन के हिसाब से चलाना चाहते हैं तो आप Google Tag Manager से कर सकते हैं ।

वेबसाइट के अंदर कुछ टैग सभी पेज पर रन करने होते हैं और कुछ टैग किसी-किसी पेज पर रन करने होते हैं Google Tag Manager से हम वेबसाइट के अलावा मोबाइल एप्लीकेशन और सर्वर की भी ट्रैकिंग कर सकते हैं ।

Google Tag Manager Ka Use Kaise Karte Hain | गूगल टैग मैनेजर का यूज़ कैसे करते हैं ?

सबसे पहले आपको GTM के अंदर अकाउंट बनाना होता है और वेबसाइट से GTM को कनेक्ट करना होता है उसके बाद आप सभी ट्रैकिंग प्लेटफॉर्म को GTM के माध्यम से अपनी वेबसाइट से कनेक्ट कर पाएंगे इससे आपका सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको बार-बार अपनी वेबसाइट के अंदर टैग को डालना नही होता है बार-बार वेबसाइट अंदर टैग डालने में भी काफी दिक्कत होती है उन लोगों को जिनको कोडिंग नहीं आती है चलिए अब हम इसके फायदे भी जान लेते हैं ।

Benefits Of Google Tag Manager | गूगल टैग मैनेजर के क्या फायदे हैं ?

(1) यह यूज़र फ्रेंडली है और वेबसाइट, मोबाइल एप्पलीकेशन, सर्वर की ट्रैकिंग के लिए डेवलपर की जगह आप खुद से ट्रैक कर सकते हैं ।

(2) आपको यह भी पता चलता है कि कौन सा कोड किस समय पर रन कर रहा है उसे आप अपने हिसाब से मैनेज कर सकते हैं और गूगल टैग मैनेजर की मदद से सभी ट्रैकिंग प्लेटफार्म को अपनी वेबसाइट से कनेक्ट कर सकते हैं ।

(3) अपनी वेबसाइट के अंदर किसी भी टैग को रन करने से पहले उसे चेक कर सकते हैं आपने जो ट्रैकिंग कोड डाला है क्या वह सही से काम कर रहा है या नहीं कर रहा है ।

(4) इसके अंदर आप अपनी टीम को भी ऐड कर सकते हैं और उन्हें अपने हिसाब से मैनेज सकते हैं ।

अब तो आप समझ ही गए होंगे कि गूगल टैग मैनेजर क्या है और इसका इस्तेमाल हम क्यों करते हैं और क्या फायदा है ।

अगर आपको आर्टिकल पसंद आए तो कृपया इस आर्टिकल को अपने सभी दोस्तों के साथ ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करें ताकि उनको भी इसकी जानकारी प्राप्त हो सके अगर आपको आर्टिकल से संबंधित कोई भी समस्या हो रही है तो आप हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं हम आपकी समस्या का समाधान निकालने की कोशिश करेंगे आर्टिकल को पूरा पढ़ने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया ।

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