GST Return Kaise Bhare | जीएसटी रिटर्न कैसे भरें ?

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How To File GST Return | जीएसटी रिटर्न कैसे फाइल करें ?

हेलो दोस्तों समरीन इंस्टिट्यूट में आपका बहुत-बहुत स्वागत है मैं हूं आपके साथ अहमद आज़मी और आज के इस आर्टिकल के अंदर हम आपको बताएंगे कि जीएसटी रिटर्न कैसे भरें ? इसकी कंप्लीट जानकारी हम आपको इस आर्टिकल के अंदर देने वाले हैं इसीलिए आर्टिकल को पूरा ज़रूर पढ़ें ताकि आपको सही तरीके से समझ में आ सके तो चलिए शुरू करते हैं ।

GST Return Filing Online | जीएसटी रिटर्न कैसे भरते हैं ?

सबसे पहले आपको अपने मोबाइल फोन से गूगल क्रोम ब्राउज़र को ओपेन करना है और सर्च बार में GST Portal टाइप करके सर्च करना है और भारत सरकार कि जो जीएसटी की ऑफिशियल वेबसाइट है उसे ओपेन कर लेना है या फिर आप लिंक पर gst.gov.in क्लिक करके भी वेबसाइट को ओपेन कर सकते हैं वेबसाइट को ओपेन करने के बाद ऊपर की तरफ 3 लाइन पर क्लिक करके Login के ऑप्शन पर क्लिक करना है और आपको अपना यूज़र आईडी और पासवर्ड डालकर लॉगिन हो जाना है ।

लॉगिन होते ही आपको डैशबोर्ड पर दिख जाता है कि किस महीने का आपको रिटर्न फाइल करना है फॉर्म भरने की अंतिम तिथि क्या है और कौन सा फॉर्म आपको भरना है जीएसटी रिटर्न आप मंथली और क्वार्टरली फाइल कर सकते हैं आपको मंथली करना है या क्वार्टरली करना है आप अपने हिसाब से चेंज कर सकते हैं GST रिटर्न फाइल करने के लिए आपको नीचे की तरफ Continue To Dashboard के ऑप्शन पर क्लिक करना है उसके बाद File Returns के ऑप्शन पर क्लिक करना है अब आपको जिस भी महीने का फाइल रिटर्न करना है उस महीने को आप सेलेक्ट करेंगे और सर्च के ऑप्शन पर क्लिक कर देना है ।

1 महीने में आपने जितना भी बिज़नेस किया है उसका रिटर्न आपको अगले महीने कि 10 तारीख तक फ़ाइल करना होता है जैसे कि फरवरी महीने में आपने जितना भी बिज़नेस किया है तो उसका रिटर्न आपको अगले महीने की 10 मार्च को फ़ाइल करना होता है आपको नीचे की तरफ स्क्रॉलिंग करके आना है पहले आपको GSTR 1 फ़ाइल करना होगा उसके बाद आपको GSTR 3B भी सबमिट करना है GSTR 1 में आपको अपनी सेल्स रिपोर्ट भरनी होती है ।

उसी के आधार पर GSTR 3B फॉर्म तैयार होता है GSTR 3B फॉर्म में आपको कुछ भरने के ज़रूरत नहीं होती है आपको बस कन्फर्म करके सबमिट करना होता है GST Return फ़ाइल करने लिए आप ऑफलाइन भी प्रिपेयर कर सकते हैं और आप ऑनलाइन प्रिपेयर करके भी सबमिट कर सकते हैं ।

ऑनलाइन प्रिपेयर करने के लिए आपको Prepare Online के ऑप्शन पर क्लिक करना है अब आपको यहां पर अपनी सेल्स का रिकॉर्ड ऐड करना है आपको कई सारी टेबल देखने को मिलती है सबसे पहले आपको B2B यानी Business 2 Business सेल्स का रिकॉर्ड ऐड करना है यानी अगर आपने किसी दूसरे बिज़नेस को कोई भी माल सप्लाई किया है या सर्विसेज़ दी है तो उसका रिकॉर्ड B2B टेबल के अंदर भरना है उसके बाद B2C यानी कि Business 2 Consumer का रिकॉर्ड ऐड करेंगे यानी अगर आपने किसी कंज्यूमर को 2.5 लाख से ज़्यादा की इनवॉइस दी है तो उसका रिकॉर्ड B2C में ऐड करेंगे B2C Other वाले टेबल में आप छोटे कंज्यूमर का रिकॉर्ड ऐड करेंगे यानी जो इनवॉइस 2.5 लाख से कम की है उसका रिकॉर्ड आप B2C Other वाले टेबल में भरेंगे कंट्री के बाहर जो भी माल या सर्विसेज़ आप सप्लाई करते हैं उसपर आपको जीएसटी नहीं देना होगा लेकिन इसके लिए पहले ही आपको LUT अगर आप एक फ्रीलांसर हैं या ब्लॉगर हैं आपको Paypal के माध्यम से पेमेंट मिलता है या यूट्यूबर हैं आपको डॉलर में इनकम होती है तो उनका रिकॉर्ड आप Export Invoices के टेबल में भरना होगा और उसपर आपको जीएसटी का भुगतान नही करना होगा ।

अगर आपने कोई ऐसा माल या सर्विस सप्लाई की है जिसपर जीएसटी निल रेट के साथ लगता है या Exempted है तो Nil Rated वाले टेबल में भरना है Credit नोट या डेबिट नोट रजिस्टर्ड वाले का रिकॉर्ड आपको Credit/Debit Notes Registered  वाले टेबल में भरना है अनरजिस्टर्ड वाले डेबिट और क्रेडिट नोट्स का रिकॉर्ड Credit/Debit Notes Unregistered वाले में टेबल में भरना है जो आपने HSN Wise Summary सप्लाई की है उसको HSN Wise Summary वाले टेबल के अंदर भरना है जितने भी डॉक्यूमेंट आपने जारी किए हैं उनका रिकॉर्ड आपको Documents Issued वाले टेबल में भरना है जैसे कि आपने इनवॉइस जारी किया है तो किस नंबर से किस नंबर तक इनवॉइस जारी की है उनका रिकॉर्ड आपको Documents Record में ऐड कर देना है ।

चलिए अब हम रिकॉर्ड ऐड करके बताते हैं जैसे कि मेरा बिज़नेस B2B का है यानी Business 2 Business सप्लाई होता है तो मुझे B2B वाले टेबल पर क्लिक करना है रिकॉर्ड ऐड करने के लिए Add Record के ऑप्शन पर क्लिक करना है जिसको भी आपने इनवॉइस दी है यानी जो आपका ग्राहक है उसका जीएसटी नंबर डालना है जीएसटी नंबर डालते ही नाम ऑटोमेटिक आ जाता है अगर आप चाहें तो इसको मास्टर में भी ऐड कर सकते हैं जिसके लिए आपको Add To Master के ऑप्शन पर क्लिक करना है आपका Recipient है या Supplier उसको सेलेक्ट करके Save के ऑप्शन पर क्लिक करना है ।

अब आपको इनवॉइस का नंबर और इनवॉइस की तारीख डालनी है टोटल इनवॉइस वैल्यू अमाउंट डालना है जिसमें आपको इनवॉइस का टोटल अमाउंट डालना होगा टैक्सेबल वैल्यू आपको नही डालनी है बल्कि इनवॉइस का टोटल अमाउंट डालना है आपकी जो इनवॉइस है उसमें एक टैक्सेबल वैल्यू होती है उस वैल्यू पर जीएसटी लगने के बाद टोटल वैल्यू अमाउंट आपको डालना है आपको नीचे स्क्रोलिंग करते हुए आना है आपको टेबल दिख जाएगी इसमें आपको आइटम की डिटेल्स भरनी है ।

आपने जो भी आइटम सप्लाई किया है वह कौन से जीएसटी रेट में आता है उस रेट के सामने आपको टैक्सेबल वैल्यू डालना है जैसे कि मैंने सर्विस सप्लाई की है सर्विस पर 18% का जीएसटी लगता है तो मुझे 18% के सामने टैक्सेबल वैल्यू डालनी है टैक्सेबल वैल्यू डालते ही सेंट्रल टैक्स और स्टेट टैक्स कैलकुलेट करके आ जाता है आपको बस Save कर देना है ।

अगर आपके पास और भी इनवॉइस है तो इसी तरीके से उसका भी रिकॉर्ड ऐड करेंगे अब आपको B2C का रिकॉर्ड ऐड करना है जिसके लिए आपको B2C टेबल पर क्लिक करना है और Add Record के ऑप्शन पर क्लिक करना है जिस भी स्टेट में आपने सप्लाई की है उसे सेलेक्ट करेंगे उसके बाद टैक्सेबल वैल्यू डालना है जो भी माल या सर्विस आप सप्लाई करते हैं उसपर किस रेट पर जीएसटी लगता है उसे सेलेक्ट करना है टैक्स कैलकुलेट होकर आपके सामने आ जाता है आपको Save कर देना है ।

अगर आपने कोई ऐसा माल या सर्विस सप्लाई किया है जिसपर आपको जीएसटी नही देना है तो उसके लिए आपको Export Invoices के ऑप्शन पर क्लिक करना है और Add Record के ऑप्शन पर क्लिक करना है आपको यहां पर जीएसटी नम्बर नही डालना होगा बस आपको इनवॉइस का नंबर और तारीख डालनी है अगर कोई शिपिंग बिल नंबर या शिपिंग की तारीख है तो डाल देंगे उसके बाद टोटल इनवॉइस की वैल्यू डालना है अगर इंडियन करेंसी के अलावा किसी और करेंसी में कमाई हुई है तो आपके बैंक अकाउंट में जितना भी अमाउंट आया है उसको डालना है और GST Payment के अंदर आपको Without Payment Of Tax वाले ऑप्शन को सेलेक्ट करना है जीएसटी रेट 0 के सामने हमे टैक्सेबल वैल्यू डालना है और Save कर देना है इसी तरीके से आप और भी इनवॉइस ऐड कर सकते हैं ।

अब आपको HSN Wise Summary के ऑप्शन पर क्लिक करना है जो भी आप माल या सर्विस सप्लाई करते हैं उसका HSN कोड डालना है कोड डालते ही उस माल या सर्विस का नाम आ जायेगा आपको उसे सेलेक्ट करना है और टोटल टैक्सेबल वैल्यू डालना है किस रेट से जीएसटी लगता है उस माल या सर्विस पर उसे सेलेक्ट करना है Add To Master के ऑप्शन पर क्लिक करके प्रोडक्ट का नाम डालना है और Save करना है अगर आप एक स्टेट से दूसरे स्टेट में अपना माल या सर्विस सप्लाई करते हैं तो Integrated Tax डालना है अगर एक ही स्टेट में माल या सर्विस सप्लाई हुई है तो आपको सेंट्रल और स्टेट टैक्स डालना है CGST और SGST भरकर Add के ऑप्शन पर क्लिक करके सेव कर देना है ।

अब आपको डॉक्यूमेंट को ऐड करने के लिए Document Issued के ऑप्शन पर क्लिक करना है और Add Document के ऑप्शन पर क्लिक करना है आपने किस नंबर से किस नंबर तक इनवॉइस जारी की है उसे डालना है जितनी भी इनवॉइस अपने जारी की है उसकी टोटल क्वांटिटी Total के अंदर डालनी है कितनी इनवॉइस कैंसिल हुई है उसको डालना है अगर आपने किसी अनरजिस्टर्ड पर्सन से इनवॉइस ली है तो उसका भी रिकॉर्ड आप यहां ऐड कर सकते हैं Revised Invoice डालनी है, Debit और Credit नोट डालेंगे Receipt Voucher, Payment Voucher, Refund Voucher को डालेंगे और Save कर देना है ।

सभी डिटेल्स को भरने के बाद Generate Summary के ऑप्शन पर क्लिक करना है और Proceed To File के ऑप्शन पर क्लिक करना है आपके सामने सब कुछ देखने को मिल जाएगा कि कितना आपको टैक्स का भुगतान करना होगा अब आपको File Statement के ऑप्शन पर क्लिक करना है बॉक्स को चेकमार्क करके Authorized Signatory के अंदर आपको अपना नाम सेलेक्ट करना है और File With EVC के ऑप्शन पर क्लिक करना है आपके रजिस्टर्ड नंबर पर एक ओटीपी सेंड किया जाता है उसको डालकर Verify करना है इतना करते ही आपका GSTR1 सफलतापूर्वक दर्ज हो जाता है ।

आपको ARN नंबर भी मिल जाता है आप इसे कॉपी करके सुरक्षित रख सकते हैं अब आपको GSTR3 B भी फ़ाइल करना होता है जिसकी अंतिम तिथि 20 तारीख होती है अगर आप कहीं से भी अपने बिज़नेस के लिए कोई भी समान खरीदते हैं तो आपका GSTR-3B में माइनस हो जाता है उसके बाद आपको टैक्स का भुगतान करना होता है ।

LUT फ़ाइल करने के लिए आपको Services के अंदर User Services में LUT के ऑप्शन पर क्लिक करना है जिस फाइनेंसियल के लिये आप LUT अप्लाई कर रहे हैं उसे सेलेक्ट करना है अगर आपके पास पहले से LUT है तो उसे अपलोड कर सकते हैं नीचे आकर सभी बॉक्स को चेकमार्क करना है और 2 गवाहों के नाम और एड्रेस डालना है और आपको अपना नाम और जगह का नाम डालकर Sign And File With EVC के ऑप्शन पर क्लिक करना है आपके नंबर पर एक ओटीपी आता है उसे डालकर Submit कर देना है इतना करते ही LUT भी फ़ाइल हो जाता है इस तरीके से आप जीएसटी रिटर्न फाइल कर सकते हैं ।

अगर आपको आर्टिकल पसंद आए तो कृपया इस आर्टिकल को अपने सभी दोस्तों के साथ ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करें ताकि उनको भी इसकी जानकारी प्राप्त हो सके अगर आपको आर्टिकल से संबंधित कोई भी समस्या हो रही है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं हम आपकी समस्या का समाधान निकालने की कोशिश करेंगे आर्टिकल को पूरा पढ़ने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया ।

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